कनाडा भेजने के नाम पर लगाया चूना, 12 लाख से अधिक की ठगी, केस दर्ज

एक युवक को कनाडा भेजने के नाम पर 12 लाख 63 हजार रुपये की ठगी की गई है। गुहला के गांव सलेमपुर निवासी दर्शन सिंह की शिकायत पर गांव बुबकपुर निवासी हरकीरत के विरुद्ध गुहला थाना में ठगी का केस दर्ज किया गया है।
शिकायत में बताया गया है कि उसने पहले अमरजीत सिंह अन्य के विरुद्ध गुहला थाना में इंग्लैंड भेजने के नाम पर ठगी करने की शिकायत दी थी। इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और इसे लेन देन का मामला बना दिया था। इसके बाद उसकी जान पहचान हरकीरत और एडवोकेट अजय मेहता से हुई थी। वे कहने लगे कि उसकी शिकायत पर केस दर्ज करवा देंगे। इसके लिए पुलिस अधिकारी के नाम पर जून 2024 में 50 हजार रुपये भी ले लिए थे।

हरकीरत ने कहा कि वे भी युवाओं को विदेश भेजने का काम करते हैं। सात दिनों के अंदर पूरे परिवार को वर्क परमिट पर कनाडा भेज देंगे। वह आरोपित की बातों में आ गया और उसे करीब 17 लाख रुपये सहित कागजात दे दिए थे। सात अगस्त को उसके पास वीजा और टिकट भेजे गए थे।
उनकी जांच की तो वे फर्जी पाए गए। उसने आरोपितों से बात की तो वे बोले की जल्द ही उसे कनाडा भेज देंगे। काफी समय बाद भी उसे नहीं भेजा तो इस बारे में पंचायत हुई थी। इसके बाद आरोपितों ने उसके कुछ रुपये वापस कर दिए थे। अब भी आरोपित को उसके 12 लाख 63 हजार रुपये देने हैं।

उसने यह पैसे ब्याज पर उधार लिए हुए थे। आरोपित कई युवाओं के साथ विदेश भेजने के नाम पर ठगी कर चुके हैं। पैसे वापस मांगने पर उसे धमकी दी जा रही है। उसे और उसके परिवार को आरोपितों से जान का खतरा बना हुआ है।
पुलिस ने दर्ज किया केस
गुहला थाना के जांच अधिकारी एएसआइ रामचंद्र ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं एक दूसरी खबर में साइबर ठग निवेश कर लाभ कमाने का झांसा देकर लोगों को ठग रहे हैं। इसी तरह की साइबर ठगी का शिकार मुकेश बख्शी हुए हैं। उनके पास टेलीग्राम पर मैसेज आया। लिंक भेजकर उसका प्रोफाइल बनाया गया। अलग-अलग कर उससे निवेश के नाम पर 12 लाख 28 हजार रुपये ठग लिए गए। शनिवार को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामले में केस दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में लोहरान गली निवासी मुकेश बख्शी ने बताया कि वह ग्रेजुएट है। 11 नवंबर 2024 को टेलीग्राम आइडी पर शेन कंपनी फाइनेंस कंसलटेंट से मैसेज आया। जिसमें बताया गया कि उनकी गोल्ड कंपनी है। यदि इन्वेस्ट करोगे तो इसमें अच्छा प्रोफिट मिलेगा।
सहमति देने पर एक लिंक मोबाइल पर भेजा गया। जिस पर क्लिक किया और एक आनलाइन प्रोफाइल बनाई गई। जिसके बाद खाता नंबर मांगा गया। जिस पर उन्हें बैंक खाता दे दिया। इस कंपनी में शुरूआत में दस हजार रुपये इन्वेस्ट किए। जिसके प्रोफिट के 14 हजार 700 रुपये वापस मिले।
इसी तरह से अलग-अलग कर इन्वेस्ट करता रहा। कभी-कभी प्रोफिट के रुपये निकालता रहा। बाद में कंपनी में 12 लाख 28 हजार रुपये जमा करा दिए। जिसमें प्रोफिट के दो लाख 20 हजार रुपये भी थे। जब यह रुपये निकालने लगा तो नहीं निकल सके। बताया गया कि तीन लाख 86 हजार रुपये जमा कराओ तभी यह रुपये निकाल सकोगे। जब उन्हें और उन्हें रुपये जमा न कराने को कहा तो वह रुपये वापस करने में टाल मटोल करने लगे। शक होने पर पांच मार्च को ऑनलाइन शिकायत दी।

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