अम्बाला छावनी के नागरिक अस्पताल के मीटिंग हॉल में नेशनल ट्यूबरकुलोसिस एलिमिनेशन प्रोग्राम (एनटीईपी) के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधान चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डॉ. पूजा पैंटल ने की। कार्यक्रम में डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सीमा एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कंसल्टेंट डॉक्टर सुखवंत भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
इस बैठक में नागरिक अस्पताल के सभी डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं संबंधित विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य टीबी रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए चल रहे प्रयासों की समीक्षा करना और आगामी रणनीतियों पर चर्चा करना था।
पीएमओ डॉ. पूजा पैंटल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि “टीबी मुक्त हरियाणा” का लक्ष्य तभी संभव है जब हम सामूहिक रूप से जिम्मेदारी लें और प्रत्येक मरीज तक समय पर उपचार एवं परामर्श पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजना और निक्षय मित्र योजना के माध्यम से मरीजों को सिर्फ दवा नहीं, बल्कि पोषण और मानसिक सहयोग भी देना बेहद जरूरी है।
डॉ. नीनू गांधी और STS हरीश ने टीबी की स्थिति, केस फाइंडिंग, एक्टिव केस सर्चिंग, मरीजों की फॉलो-अप प्रक्रिया, रिपोर्टिंग प्रणाली और सरकारी पोर्टल ‘निक्षय’ पर मरीजों के पंजीकरण आदि बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही, टीबी मरीजों को पूरा इलाज पूरा कराने के लिए समुदाय में जागरूकता फैलाने पर भी बल दिया।
डॉ. सीमा ने बताया कि टीबी एक गंभीर लेकिन पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है, यदि मरीज नियमित दवा लें और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े रहें। उन्होंने सभी चिकित्सकों से अपील की कि वे टीबी की स्क्रीनिंग में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाएं।
कार्यक्रम में यह भी तय किया गया कि जिला स्तर पर निक्षय मित्रों की संख्या को बढ़ाया जाएगा ताकि मरीजों को दवा के साथ-साथ सामाजिक सहयोग भी मिल सके। बैठक के अंत में सभी उपस्थितजनों ने टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूर्ण सहयोग देने का संकल्प लिया।
